THE DEFINITIVE GUIDE TO SHIV CHALISA IN HINDI

The Definitive Guide to shiv chalisa in hindi

The Definitive Guide to shiv chalisa in hindi

Blog Article

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

Lord, in the event the ocean was churned as well as fatal poison emerged, out of one's deep compassion for all, You drank the poison and saved the whole world from destruction. Your throat turned blue, So You might be referred to as Nilakantha.

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद more info के लिए रखें।

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

O Lord, the beloved daughter of Maina on Your left provides to the splendid visual appeal. O Wearer on the lion's pores and skin, the trishul inside your hand destroys all enemies.

येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।

Report this page